Tuesday, August 1, 2023

सिरसगढ में गुरु रविदास समागम की आड राजनीति स्टंट तो नही?

 

श्री गुरू रविदास धर्मस्थान सिरसगढ़ के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पुलिस की बदसलूकी से निराश होकर लौटे संत व साध-संगत

बोले : श्री गुरू रविदास जी से जुड़े धर्मस्थानों का जिस तरह से राजनीतिकरण किया जा रहा है उससे समाज कहीं न कहीं भ्रमित हो रहा है।

अम्बाला । सोमवार को श्री गुरू रविदास धर्मस्थान सिरसगढ़ में 20वां स्थापना दिवस व अमर शहीद ब्रह्मलीन श्री-श्री 108 रामानन्द जी महाराज के 14वें शहीदी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। इस मौके पर भले ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हजारो की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि संतों का सानिध्य हम सबको आदिकाल से मिल रहा है और संतो के सानिध्य एवं प्रवचनों से व्यक्ति अच्छाई की ओर अग्रसर होता है। जो व्यक्ति विमुख होता है वह बुराई का रास्ता अपना लेता है। इसलिए मानव को संतो के चरणों में आसीन होकर उनके दिखाये गये रास्ते पर चलकर अपने जीवन को सुखमय बनाना चाहिए। लेकिन सीएम साहब की उपस्थिति में डयूटी पर तैनात कर्मचारियों ने जिस तरह से संतों, श्रद्धालुओं और यहां तक कि मीडिया कर्मियों से बदसलूकी की उससे एक तरफ जहां सीएम साहब के अभिभाषण पर सवाल खड़ा हो रहा है वहीं श्री गुरू रविदास धर्मस्थान सिरसगढ़ की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह लगना लाजमी है।

साध-संगत का कहना है कि जिस तरह से श्री गुरू रविदास धर्मस्थान सिरसगढ़ का राजनितिकरण किया गया है उससे समाज को कहीं न कहीं भ्रमित किया गया है वहीँ बुद्धिजीवी लोगों का कहना है कि जिस तरह से श्री गुरू रविदास धर्मस्थान सिरसगढ़ का राजनितिकरण किया गया है यह सब श्री गुरू रविदास जी की विचारधारा के विपरीत है और इससे समाज को कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। कुछ श्रद्धालुओं ने यहां तक कहा की जिस तानाशाह सरकार ने गुरु रविदास जी महाराज के पुरातन अस्थान तुगलकाबाद मंदिर को तुड़वा कर कब्जाने का काम किया है और आज वो समारोहों में मुख्यातिथि बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा की आज कुछ आश्रम आज गुरु रविदास जी और बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के संघर्ष को समाप्त करने पर तुले हैं। जिन लोगों ने हमारे हकों को खत्म करने की ठानी हुई है और लगभग खत्म कर भी दिया है उन्ही की जी हजूरी करते हैं। बुद्धिजीवी लोगों का कहना है कि हालात ये बता रहे है कि डेरों व धर्मस्थानों को चलाने वालों ने सरकार में बैठे सत्तासीन लोगों को सिर्फ अपने तक ही सिमित कर लिया है जिससे समाज को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं पर ग्रहण लगा दिया है।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर धर्म स्थान सिरसगढ़ में निर्माण कार्यों के लिए 21 लाख रूपये तथा आज यहां पर आयोजित कार्यक्रम के लिए संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के अंतर्गत 11 लाख रूपये की राशि देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त उन्होंने सिरसगढ़ धर्मस्थान के पदाधिकारियों की मांग पर सुरक्षा की दृष्टि से आज से ही यहां पर पांच पुलिस कर्मियों की गार्द लगाने, एनएचएआई से सम्बन्धित कार्यों के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखने की बात कही। इसके साथ-साथ इस धर्मस्थान के जो कार्य मुलाना ग्राम पंचायत से सम्बन्धित हैं उन्हें भी प्राथमिकता के आधार पर करने बारे कहा।

उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी कहा कि वे सिरसगढ़ धर्मस्थान के सामाजिक कार्यों को देखते हुए यहां के जो भी कार्य प्रशासन से सम्बन्धित हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर करवाएं। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी यदि सिरसगढ़ धर्मस्थान की तरफ से जो भी बात उनके संज्ञान में लाई जायेगी उसमें उनका सहयोग किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने अमर शहीद रामानंद जी महाराज को श्रद्धांजली भी दी तथा श्री गुरू रविदास धर्मस्थान सिरसगढ़ के 20वें स्थापना दिवस की श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर महाराज निरंजन दास ने मुख्यमंत्री व अन्य वशिष्ठ अतिथियों को शाल तथा संत गुरू रविदास जी का स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया व उन्हें आर्शीवाद दिया।

मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि गुरूओं एवं संतों के द्वारा ही सही शिक्षा और सही संस्कार व्यक्ति को मिलते हैं जिससे वह देश का एक अच्छा नागरिक बनकर समाज कल्याण के लिए काम करता है और यह सब संतो के सानिध्य में रहकर प्राप्त किया जा सकता है। उन्होने कहा कि श्री गुरू रविदास की शिक्षाएं किसी समुदाय अथवा जाति विशेष के लिए नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए है। इन्होंने सैंकड़ो वर्ष पूर्व मानवता के सही मार्गदर्शन के लिए जो संदेश दिया था वह आज भी पूरी तरह सार्थक है तथा हमें अपने महापुरूषों के दिखाये गये रास्ते पर चलकर जीवन में आगे बढऩा है। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज व प्रदेश के निर्माण के लिए शिक्षित होना बेहद जरूरी है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार हरियाणा एक हरियाणवी एक भावना के साथ सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के अंतर्गत संतो महात्माओं के दिवस मना रही है जिससे कि लोगों को संतो-महापुरूषों के जीवनी से प्रेरणा मिले। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी व सरकार ने संतो का मान-सम्मान बढ़ाने का काम किया है तथा डॉ. भीम राव अम्बेडकर जयंती, महर्षि वाल्मीकि जयंती, गुरू रविदास जयंती, कबीर जयंती को सरकारी तौर पर मनाया गया है। सरकार द्वारा हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाएं लागू की गई हैं।

अम्बाला शहर के विधायक असीम गोयल ने कहा कि मौजूदा सरकार मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में भगवान गुरू रविदास द्वारा दिखाये गये मार्गदर्शन में चलते हुए हर वर्ग के लिए बेहतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में भ्रष्टाचार व भेदभाव को समाप्त किया है। उन्होंने कहा कि अंतोदय की भावना के अनुरूप सरकार काम कर रही है। विधायक ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल एक संत रूपी व्यक्ति हैं और अंतोदय की भावना के अनुरूप पंक्ति में खडे अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैंं। उन्होने यह भी कहा कि सिरसगढ़ धर्मस्थान के पदाधिकारियों द्वारा जो भी कार्य उन्हें बताया जायेगा वे तथा उनकी टीम उनके साथ हमेशा खड़ी है।

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