करनाल, 3 जनवरी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के स्वागत को लेकर करनाल में विवाद पैदा हो गया है। एक विशेष समाज के लोगों ने कुछ दिन पहले एक बैठक कर यह एलान किया था कि रोड़ महासभा के बैनर तले भारत जोड़ो यात्रा का जोरदार स्वागत किया जाएगा। यह मामला तब तूल पकड़ गया जब महासभा के कार्यकारिणी के ही एक अन्य पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि रोड़ महासभा को राजनीतिक गतिविधियों का हिस्सा नहीं बनने दिया जाएगा और यह समाज संगठन के तौर पर ही काम करेगा।
मंगलवार को रोड़ महासभा की एक बैठक रोड़ भवन में आयोजित की गई, जिसमें महासभा के महासचिव सुरेंद्र बड़सालू, प्रेस सचिव धर्मबीर खेड़ी, प्रेस सचिव सुरजीत सुभरी, कोषाध्यक्ष जिले सिंह और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। इस बैठक में महासचिव सुरेंद्र बड़सालू और प्रेस सचिव धर्मबीर खेड़ी ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के संबंध में जो कार्यक्रम तय किया गया था, वह कुछ कांग्रेसी विचारधारा रखने वाले लोगों ने तय किया था। उन्होंने यह भी कहा कि रोड़ महासभा का इस कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं है और यह किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ी हुई नहीं है।
महासभा के नेताओं ने कहा कि यह कार्यक्रम रोड़ महासभा द्वारा आयोजित नहीं किया जा रहा है और पहले हुई मीटिंग के फैसलों का खंडन किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि रोड़ महासभा के बैनर का किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में उपयोग नहीं होने दिया जाएगा। जो भी व्यक्ति भारत जोड़ो यात्रा में रोड़ महासभा के नाम का उपयोग करेगा, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस विवाद ने रोड़ महासभा के भीतर गहरी राजनीतिक धारा को जन्म दिया है, जिसमें एक पक्ष ने संगठन को सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों तक सीमित रखने की बात की है, जबकि दूसरा पक्ष राजनीति से जुड़ी गतिविधियों में भी सक्रिय रहना चाहता है।