महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञाननाथ जी को दी जान से मारने की धमकी
अम्बाला, जरनैल रंगा: 2 मई 2022 की रात लगभग डेढ़ बजे, 5-6 नकाबपोश बदमाश पिस्टल, तलवार, चाकू और डंडों से लैस होकर अंबाला शहर के बलदेव नगर-नारायणगढ़ रोड पर स्थित निराकारी जागृति मिशन आश्रम में घुस गए। बदमाशों ने आश्रम की चारदीवारी की कांटेदार तार काटकर दरवाजे की कुंडी खड़काई और खुद को पंजोखरा थाने से आने वाला बताकर कहा कि उन्हें हमारी तलाशी लेनी है।
बदमाशों ने आश्रम के कमरे की कुंडी तोड़कर अंदर घुसते हुए मार-पीट शुरू कर दी। उनमें से एक बदमाश ने महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञाननाथ जी के कनपटी पर पिस्टल रखकर चाबी छीन ली और फिर लूटपाट करने लगे। बदमाशों ने स्वामी ज्ञाननाथ जी से दो सोने के कुंडल, एक सोने की अंगूठी, एक चांदी की अंगूठी, एक चांदी का कड़ा, 50,000 रुपये की नकदी (जो सिमेंट की पेमेंट के लिए रखी हुई थी) और उनके शिष्य रोशन लाल से दो सोने की अंगूठियां और एक चांदी की अंगूठी के साथ 15,000 रुपये, जबकि दूसरे शिष्य गुलाब नाथ जी से 5,000 रुपये लूट लिए।
बदमाशों ने लूटपाट के बाद स्वामी ज्ञाननाथ जी और उनके शिष्यों को जान से मारने की धमकी दी और कहा कि वे फिर वापस आएंगे। इसके बाद वे श्री आदशक्ति ज्वाला महामाया ट्रस्ट के आश्रम में पहुंचे, जहां मंहत श्री जसपाल गिरी जी के साथ मारपीट की और उनके साथ भी काफी सामान लूट लिया। उन्होंने आश्रम के पांच मोबाइल फोन और महंत श्री जसपाल गिरी जी के दो मोबाइल फोन लूट लिए। सबसे पहले बदमाशों ने सभी मोबाइल फोन छीन लिए ताकि पुलिस को सूचना न दी जा सके।
महंत श्री जसपाल गिरी जी ने खिड़की से कूदकर अपने घर जाकर 112 पर कॉल किया, जिसके बाद पुलिस पहुंची और मामले की छानबीन की।
स्वामी ज्ञाननाथ जी, जो निराकारी जागृति मिशन के गद्दीनशीन राष्ट्रीय अध्यक्ष और संत सुरक्षा मिशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, ने प्रशासन से अपील की है कि उनकी और उनके आश्रम की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी कोई अनहोनी घटना न हो। स्वामी जी ने बताया कि उन्हें भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और सामाजिक कार्यों के प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न राज्यों में यात्रा करनी पड़ती है, और ऐसे में उनकी सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है।